नात शरीफ़ हिन्दी में लिखा हुआ |

नातों का गुलदस्ता - यह ब्लॉग विशेष रूप से नात शरीफ पढ़ने के शौकीन के लिए बनाया गया है|

ग़ुस्ल किन पर फर्ज है || गुस्ल की सुन्नतें || गुस्ल के फ़राइज़ ||

 ग़ुस्ल किन पर फर्ज है ?



ग़ुस्ल करना सभी समझदार मर्द औरत पर फ़र्ज़ है पागल, मजनूं , दीवाना, जिसको किसी भी चीज का ना हो. उन पर ग़ुस्ल फर्ज नहीं है। 


नापाकी के हालत में क्या नहीं करना चाहिए? या नापाकी की हालत में क्या करना मना और नाजायेज़ है?


1.
नमाज़ पढना

2.
सजदाए तिलावत करना

3.
काबे का तवाफ़ करना

4.
कुरान पाक की तिलावत करना


गुस्ल के फ़राइज़  3 हैं


फ़राइज़ का मतलब ये है कि अगर इन में से कोई चीज़ छूट गयी तो आपका गुस्ल नहीं होगा और अगर गुस्ल नहीं होगा तो वुजू नहीं होगा वुजू नहीं होगा तो नमाज़ नहीं होगी |

1.
मुंह भर कर कुल्ली करना

2.
नाक में पानी डालना

3.
पूरे बदन पर पानी बहाना


 
गुस्ल की सुन्नतें ( Gusl Ki Suunate ) 5 हैं

गुस्ल करते वक़्त अगर सुन्नतों को भी शामिल कर लें तो सुन्नत पर अमल करने से आपका सवाब बढ़ जायेगा

1.
दोनों हाथ शुरू में गट्टों तक धोना

2.
जिस जगह नापाकी लगी हो उसको धोना

3.
नापाकी दूर करने की नियत करना

4.
वुजू करना

5.
तमाम बदन पर पानी बहाना



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