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गुस्ल का तरीका || हिंदी में

 गुस्ल का तरीका हिंदी में 



अगर आपने अपने बीवी से सोहबत की है, या फिर रात में आपको अहेतलाम हुआ है, या आपने लम्बे अरसे से नहाया नहीं है तो आप को गुस्ल करना ज़रूरी है। ऐसी हालत में गुस्ल के बिना वजू नहीं किया सकतागुस्ल का तरीका कुछ इस तरह है।

 # यहाँ पर हम गुस्ल का तरीका बता रहे हैं जिस में फ़र्ज़ और सुन्नत दोनों शामिल हैं


1. दोनों हाथ कलाहियो तक धो लीजिये
2. शर्मगाह पर पानी डाल कर धो लीजिये
3. ठीक उसी तरह सारी चीज़ें कीजिये जैसे वजू में करते हैं
4. 
कुल्ली कीजिये
5. 
नाक में पानी डालिए
6. 
और पुरे बदन पर सीधे और उलटे जानिब पानी डालिए
7. सर धो लीजिये।  यानि अच्छी  मसह करें. 

मसह करने के लिए दोनों हाथ की सबसे छोटी उँगली से लेकर बीच की ऊँगली तक आपस में ऊँगली मिलाए जिस तरह से आप तस्वीर में देख रहे है।  

फिर अपने दोनों मिले हुए हाथोँ को तीन बार अपने सर पर आगे की तरफ पीछे की तरफ फ़ेरे और पीछे से हाथ को आगे की तरफ लाते हुए हाँथ के गदेली को कान के ऊपर वाले सर के हिस्से को मले। फिर  शहादत की ऊँगली को कान में घुमाए फिर हाँथ को उलट कर  पीछे की जानिब ख़म करें 

8. हाथ पांव धो लीजिये।

 

इतना ख्याल रखें कि कोई जगह सूखी रहे अगर सूखी रह गयी तो गुस्ल होगा

अगर गुस्ल के बाद याद आये कि फुलां जगह पर पानी नहीं पहुंचा तो फिर से गुस्ल करना ज़रूरी नहीं सिर्फ उसी जगह को धुल लेना काफी है
इसी तरह अगर कुल्ली करना नाक में पानी डालना भूल गया तो सिर्फ इसी कमी को पूरा कर दे दोबारा गुस्ल की ज़रुरत नहीं हैयह गुस्ल का तरीका है। 

 

याद रहे ठीक वजू की तरह गुस्ल में भी बदन के किसी भी हिस्से को ज़्यादा से ज़्यादा ही बार धोया जा सकता है। क्योंकि पानी का ज़रूरत से ज़्यादा इस्तेमाल इस्लाम में गैर पसंदीदा अमल माना गया है।

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