नात शरीफ़ हिन्दी में लिखा हुआ |

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नमाज में दुरुद ए इब्राहिम के बाद पढ़ने की दुआ || दुआ हिंदी तर्जुमा के साथ ||



बिस्मिल्लाहिर्ररहमानिर्रहीम।

नमाज में दुरुद ए इब्राहिम के बाद पढ़ने की दुआ।

अबू बकर सिद्दीक रदि अल्लाहु अन्हु ने रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से कहा की मुझसे ऐसी दुआ सीखा दीजिए जो मैं नमाज़ में पढ़ा करू सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया ये पढ़ा करो.

अरबी में दुआ 

اللَّهُمَّ إِنِّي ظَلَمْتُ نَفْسِي ظُلْمًا كَثِيرًا، وَلاَ يَغْفِرُ الذُّنُوبَ إِلاَّ أَنْتَ،
فَاغْفِرْ لِي مَغْفِرَةً مِنْ عِنْدِكَ، وَارْحَمْنِي، إِنَّكَ أَنْتَ الْغَفُورُ الرَّحِيمُ




हिंदी में दुआ

अल्लाहुम्मा इन्नी ज़लमतु नफसी ज़ुलमन कसिरन वा ला
याग्फिरुज़-ज़ुनुबा इल्ला अन्त , फ़गफिरली मगफीरतन मीन इन्दिका
वा-अरहमनि , इन्नका अन्तल-गफूर अर-रहीम





दुआ हिंदी तर्जुमा के साथ

ऐ अल्लाह मैने अपनी जान पर बहुत ज़ुल्म किया है और गुनाओं को तेरे सिवा कोई माफ़ नही कर सकता,  मेरी मगफिरत फरमा , ऐसी मगफीरत जो तेरे पास से हो और मुझ पर रहम कर बेशक तू बड़ा मगफिरत करने वाला और रहम करने वाला है।  
सही बुखारी, जिल्द 7, 6326


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