आला हज़रत का तराना।। हिंदी में ।। नात शरीफ
Aalahazrat Ka Tarana ।। In Hinglish ।। Naat Sharif
उर्स-ऐ-आला हज़रत १०२ रवॉ मुबारक हो तमाम मोमिनो को |
आला हज़रत का तराना,
जब सुनाएगा दीवाना,
सुन के सुन्नी मचलता रहेगा,
आलाहज़रत का डंका बजेगा.
जब गुलाम-ए-रज़ा की सवारी चले,
देओबंदी के सीने पे आरी चले,
जब वो बनके रज़ा की कटारी चले ,
सांस भी देओबंदी की भारी चले,
आलाहज़रत का मस्ताना,
जो रज़ा का है दीवाना ,
दुश्मनों से वो डट के कहेगा,
आलाहज़रत का डंका बजेगा।
लेके नाम-ऐ-रज़ा मुस्कुराते रहो,
आलाहज़रत का नगमा सुनाते रहो,
और नार-ऐ-आलाहज़रत लगाते रहो ,
जलने वालों को हर दम जलाते रहो ,
सुन्नी इसका गम ना करना,
हर दम आगे बढ़ते रहना,
जलने वाला हमेशा जलेगा,
आलाहज़रत का डंका बजेगा.
इल्म-ओ-हिकमत का उसको खज़ाना मिला,
जिसको अहमद रज़ा का जमाना मिला,
देखो ऐसा नक़ी का घराना मिला,
खुल्द का जिस जगह से ठिकाना मिला,
ये ज़माने को सुनादो,
साऱी दुनिया को बतादो,
अबतो रज़वी ही सिक्का चलेगा,
आलाहज़रत का डंका बजेगा.
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