नात शरीफ़ हिन्दी में लिखा हुआ |

नातों का गुलदस्ता - यह ब्लॉग विशेष रूप से नात शरीफ पढ़ने के शौकीन के लिए बनाया गया है|

रोजाना पढ़ने की दुआओं का गुलदस्ता भाग -1



जब सो कर उठे तो यह दुआ पढ़े

1. सुबह उठने की दुआ. When You wake up


1. अल हम्दो लिल्ला हिल लजी अहयाना बअ द मा अमा तना व इलै हिन् नोशूरो। 

اللّهُـمَّ بِكَ أَصْـبَحْنا وَبِكَ أَمْسَـينا ، وَبِكَ نَحْـيا وَبِكَ نَمُـوتُ وَإِلَـيْكَ المَصِيْر


तर्जुमा :  ए अल्लाह ! तेरी कुदरत से हम सुबह के वक्त हम दाखिल हुए और तेरी कुदरत से हम शाम के वक्त में हम दाखिल हुए और तेरी कुदरत से हम जीते हैं , मरते हैं और तेरी तरफ जाना है |

2. अल हम्दो लिल्ला हिल लजी आफ़ा नी फ़ी जसदेय व रद्द अलैय रूही व अजेन ली बेजीकरेही।


3. अलहम्दु लिल्लाहिल लज़ी अहयाना बादा मा अमातना व् इलैहीन नुशुर 

तर्जुमा : सब तारीफे अल्लाह ही के लिए हैं जिसने हमे मारकर जिन्दगी बख्शी और हमको उसी की तरफ उठ कर जाना है 


2. Tiolet बैतूल खुला का तरीका 


1. बैतूल ख़ुला में जाने से पहले की दुआ. Before entering Toilet.


दाखिल होते वक़्त पहले  अपना बायाँ पैर दाखिल करें और ये दुआ पढ़ें 

अल्लाहुम्म इन्नी अउजुबिक मिनल खुब्से वल खबाईस।


Allhumma Inni Aoozubika Minal Khubusi Wal Khabais


तर्जुमा :  ए अल्लाह मैं तुझ से तमाम शयातीन से पनाह मांगता हूँ मर्द हों या औरत

2. बैतूल खुला से बाहर निकलने के बाद की दुआ. After leaving toilet


बाहर निकलते वक़्त पहले दायाँ पैर बाहर रखें और ये दुआ पढ़ें


अल्हम्दुलिल लाहिल लज़ी अज्हबा अननिल अज़ा व अफ़ानी

 या सिर्फ़ 

गुफ़रानक पढ़े 


Alahamdulil Lahil Lazi Azhaba Annil Aza Wa Afani


तर्जुमा : तमाम तारीफें उस अल्लाह के लिए हैं जिस ने मुझे से तकलीफ दूर की और मुझे आफियत दी


3. Ablution स्नान (ग़ुस्ल का तरीक़ा )


1. जब स्नान शुरू करे.

बिस्मिल्लाहि कहें । 


2. जब स्नान कर लें 

असहदो अन ला ईलाह ईल्ल लाहो व्ह दहु ला शरीक़ लहू व अशहदु अन्न मुहम्मदन अब्दोहू व रसूलो हूल लहुम्मज अलनि मिनत तव्वाबिन वजलनी मिनल मोततह हिरीन। 



4. जब आइने में अपनी शक्ल देखें तो यह दुआ पढ़े


अल्लाहुम्मा अंता ह्स्स्नता ख्ल्की फ हस्सिन खुल्की 


तर्जुमा : ए अल्लाह !जैसे तूने मेरी शक्ल अच्छी बनाई ,मेरे अखलाक भी अच्छे करदे |



5. जब तहज्जुद के लिए उठे तो यह दुआ पढ़े


अल्लाहुम्मा इन्नी अ उज़ोबिका मिन ज़िकिद दुनिया व् जीके यौमिल कियामः 


तर्जुमा : ए अल्लाह ! में तेरी पनाह चाहता हूँ दुनिया की तंगी से और कयामत के दिन की तंगी से |


फिर नमाज़ शुरू करें |




6. जब वुजू कर चुके तो आसमान की तरफ मुंह करके यह दुआ पढ़े


अशहदू अल्ला इला -ह इल्लाल्लाहू व्ह्दहू ला शरी -क लहू व् अशहदु अन -न मुहम्मदन अब्दुहु व् रसुलुहू |


तर्जुमा : में गवाही देता हु कि अल्लाह के सिवा कोई माबूद नही, वह तन्हा है, उसका कोई शरीक नही और में गवाही देता हूँ कि मुहम्मद अल्लाह के बंदे और उसके रसूल हैं | 



7. जब सूरज निकले तब ये दुआ पढ़े

الحمد لله لذي آقا لنا يومنا هاذا ولم يهلكنا بذنوبنا 

अलहम्दु लिल्लाहिल लज़ी अकालना योमना हाज़ा व् लम यौहिल्कना बिज़ुनुबिना 


तर्जुमा : सब तारीफें अल्लाह ही के लिए हैं, जिसने आज के दिन हमें माफ़ रखा और गुनाहों की वजह से हलाक न फरमाया 



8. वुजू के दरमियान यह दुआ पढ़े


अल्लाहुम्मगफिर ली जंबी व् वसिया ली फी दारी व् बारीक़ ली फी रिज्की |


तर्जुमा : ए अल्लाह ! मेरे गुनाह बक्श दे और मेरे घर को फेला और मेरी रोज़ी में बरकत दे |


और यह दुआ भी पढ़े 


सुबहा न्क्ल्लाहुम्मा व् बि हमदिका अशहदो अल ला इलाहा इल्ला अंता अस्त्ग्फिरोका व् अतुबो इलैक 


तर्जुमा : ए अल्लाह ! तू पाक है और में तेरी तारीफ बयान करता हूँ | में गवाही देता हूँ कि सिर्फ तू ही माबूद है और में तुझ से मगफिरत चाहता हूँ और तेरे सामने तौबा करता हूँ |



9. सुबह व् शाम पढ़ने की कुछ चीजें


بسمله لذي لا يزور ماسمح شئون فل الرض ولا فيس سامي بهوسواس ميول عليم 


बिस्मिल्लाहिल लज़ी ला याजूर्र रव म अस मही शै उन फिल अर्जी व् ला फिस्स्मआई ब हवस समें उल अलीम 



तर्जुमा : अल्लाह के नाम से हमने सुबह की जिसके नाम के साथ आसमान या जमीन में कोई चीज़ नुकसान नही दे सकती और वह सुनने वाला और जानने वाला हैं।

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