नात शरीफ़ हिन्दी में लिखा हुआ |

नातों का गुलदस्ता - यह ब्लॉग विशेष रूप से नात शरीफ पढ़ने के शौकीन के लिए बनाया गया है|

ज़मीन ओ ज़मां तुम्हारे लिए || हिन्दी में।

ज़मीन  ओ  ज़मां तुम्हारे लिए
माकिन ओ मकां तुम्हारे लिए|

चुनीं  ओ  चुनें तुम्हारे लिए
बने दो जहाँ तुम्हारे लिए|

दहन  में ज़ुबान तुम्हारे लिए
बदन में जान तुम्हारे लिए|

हम आए यहाँ तुम्हारे लिए 
उठें भी वहां तुम्हारे लिए|

कलीम ओ नजी, मसीह ओ सफी,
खलील ओ रज़ी, रसूल ओ नबी|

अतीक ओ वसि, गनी ओ अली
सना की ज़ुबान तुम्हारे लिए |

तुम्हारी चमक  तुम्हारी दमक;
तुम्हारी झलक  तुम्हारी महक|

ज़मीं ओ फलक सिमक ओ समक
में सिक्का निशां तुम्हारे लिए|

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